MICROSOFT ALL TOOLS DEFINITION AND USE
MS WORD के सभी टूल और उनका प्रयोग -
![]() |
| MICROSOFT ALL TOOLS DEFINITION AND USE |
इसके मुख्य टूल्स (Tools) का परिचय निम्न प्रकार है-
टूल्स नेम (Tools Name)
|
विवरण (Description)
|
टाइटल बार (Title Bar)
|
इसमें वर्तमान में खुले डॉक्यूमेंट का नाम होता है।
|
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस बटन (Microsoft Office Button)
|
यह विण्डो के सबसे ऊपरी बायें कोने में स्थित होता है, जिस पर क्लिक करने से एक मेन्यू प्रस्तुत होता है। इस मेन्यू से नई फाइल को बनाना, फाइल को सेव करना इत्यादि कार्य किये जाते हैं।
|
क्विक एक्सेस टूलबार (Quick Access Toolbar)
|
यह ऑफिस बटन के बराबर में दाई ओर स्थित होता है, इसमें यूजर द्वारा अधिकांशत: प्रयुक्त की जाने वाली कमाण्ड्स होती हैं, जैसेकि सेव, अन्डू, रीडू, प्रिंट इत्यादि|
|
कंट्रोल बटन्स (Control Buttons)
|
कण्ट्रोल बटन्स तीन प्रकार के होते हैं-
(a) मिनीमाइज बटन (Minimize Button)
(b) मैक्सीमाइज बटन (Maximize Button)
(c) क्लोज बटन (Close Button)
|
रिबन (Ribbon)
|
रिबन का प्रयोग कमाण्ड्स देने में होता है, यह स्क्रीन के टॉप के पास (क्विक एक्सेस टूलबार के नीचे) स्थित होता है।
|
टैब्स (Tabs)
|
रिबन के ठीक ऊपर टैब्स होते हैं, किसी भी एक टैब को क्लिक करने पर उससे सम्बन्धित कमाण्ड्स ग्रुप्स रिबन में प्रस्तुत हो जाते हैं।
|
ग्रुप्स (Groups)
|
प्रत्येक् टैब के अन्दर कुछ ग्रुप्स होते हैं जिनमें विभिन्न कमाण्ड्स संलग्नित होती हैं।
|
रूलर्स (Rulers)
|
ये दो प्रकार के होते हैं-क्षैतिज व ऊर्ध्याधर व इनके प्रयोग से मार्जिन को सेट किया जाता है।
|
टैक्स्ट एरिया (Text Area) या डॉक्यूमेण्ट विण्डो (Document Window)
|
इसमें यूजर द्वारा टाइप किया गया या कहीं से लिया गया टैक्स्ट इत्यादि इस क्षेत्र में दिखाया जाता है।
|
इन्सर्शन् प्वॉइंट (Insertion Point)
|
यह टैक्स्ट क्षेत्र का कर्सर (Cursor) होता है व इससे आगे ही टैक्स्ट या सामग्री को टैक्स्ट एरिया में प्रविष्ट कराया जाता है।
|
जूम स्लाइडर (Zoom Slider)
|
इस स्लाइडर की सहायता से युजर डॉक्यूमेण्ट के आकार को घटा या बढ़ा सकता है।
|
व्यू बटन्स (View Buttons)
|
इन बटनो की सहायता से डॉक्यूमेण्ट के व्यू का निर्धारण होता है। इन बटनों में निम्न प्रमुख हैं-
(a) प्रिण्ट लेआउट: यह डॉक्यूमेण्ट के पेपर प्रिण्ट के लेआउट को दर्शाता है।
(b) फुल स्क्रीन रीडिंग : यह पेज को स्क्रीन पर इस प्रकार से दर्शाता है जिससे कि पूरे पेज को स्क्रीन पर आसानी से पढ़ा जा सके।
(c) वेब लेआउट: यह वेब ब्राउजर में पेज की दर्शाता को दिखाता है।
(d) आउटलाइन : यह डॉक्यूमेण्ट पेज को आउटलाइन फॉर्म में दिखाता है।
(e) ड्राफ्ट:- यह पेज को आसान फॉर्मेट में दिखाता है।
|
स्क्राल बार्स (Scroll Bars)
|
इनका प्रयोग डॉक्यूमेण्ट को क्षैतिज तथा ऊर्ध्वाधर स्क्रोल करने के लिए किया जाता है। ये प्राय: दो प्रकार के होते है-
(a) ऊर्ध्वाधर स्कार्ल बार (Vertical Scroll Bar): इससे डॉक्यूमेण्ट के पेजों तथा तत्वों को ऊपर या नीचे करके देखा जा सकता है।
(b) क्षैतिज स्क्राल बार (Horizontal Scroll Bar): यदि डॉक्यूमेण्ट का आकार 100% से ज्यादा हो तो इससे डॉक्यूमेण्ट के पेजों को दाईं या बाईं ओर करके देखा जा सकता है।
|
स्टेटस बार (Status Bar)
|
यह ऐक्टिव डॉक्यूमेण्ट के बारे में समस्त जानकारियों को दर्शाने के लिये प्रयोग होता है। यह टैक्स एरिया, जैसे-पृष्ठ, संख्या, लाइन व कॉलम संख्या के ठीक नीचे होता है।
|



Very good Bhai
ReplyDeleteBahut Nadiya Kam Kat Rage Ho